
ग़ज़ल अलघ ने अपने ब्रांड का नाम मामाअर्थ ही क्यों रखा?
‘कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों’ कवि दुष्यंत कुमार की ये पंक्तियां मामाअर्थ (MamaEarth) की को-फाउंडर ग़ज़ल अलघ (Ghazal Alagh) पर बिल्कुल ठीक बैठती हैं. ये ब्रांड होनासा कंज्यूमर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के अंतर्गत आता है और इसके दूसरे को-फाउंडर ग़ज़ल के ही पति वरुण…