चॉकलेट को हमेशा प्यार से जोड़ दिया जाता है। और शायद यही कारण है कि वेलेंटाइन वीक का तीसरा दिन चॉकलेट डे के तौर पर मनाया जाता है। अक्सर यही देखा जाता है कि लड़कियों को चॉकलेट बहुत पसंद होती है, इसलिए उनके साथी उन्हें चॉकलेट गिफ्ट करते नज़र आते हैं। लेकिन ये सिर्फ दिखावटी बात नहीं है। साइंस की मानें तो चॉकलेट लड़कियों को कई तरह से राहत देती है और यही वजह है कि लड़कियां इसका सेवन भी ज्यादा करती हैं।
सबसे पहली और जरूरी बात लड़कियों के मूड स्विंग्स बहुत होते हैं, और इसका सबसे बड़ा कारण पीरियड किसी से छिपा नहीं है। पीरियड्स के दौरान लड़कियों में हार्मोनल चेंजेस बहुत देखे जाते हैं। जिससे लड़कियों में चिड़चिड़ापन, घबराहट, उल्टी और भी कई तरह के बदलाव देखे जाते हैं। इस दौरान लड़कियों को दर्द भी बहुत सहना पड़ता है, जिसे कम करने में डार्क चॉकलेट अहम भूमिका निभाता है।
मूड को बेहतर बनाना
साइंटिफिक बेसिस पर देखें तो चॉकलेट में थियोब्रोमाइन और कैफीन मौजूद होते हैं। जो दिमाग में एंडरफिन रिलीज करते हैं, इससे स्ट्रेस कम होता है और थकावट दूर होती है। चॉकलेट में पाए जाने वाले फ्लेवनॉल चेहरे से झुर्रियों को कम करने में भी मदद करते हैं। इसका टेस्ट भी आपके बिगड़े स्वाद को ठीक करने में मदद करता है। अब तक कई रिसर्च में यह बात सामने आ चुकी है कि चॉकलेट खाने से मूड को बेहतर बनाया जा सकता है।
ये तो आपने सुना ही होगा कि कई लोगों को जब ज्यादा स्ट्रेस होता है, तब वो चॉकलेट का सेवन करते हैं। इसकी पीछे की वजह बताया जाता है कि चॉकलेट में पाए जाने वाला ऑक्सीडेटिव तनाव बढ़ाने वाले हार्मोन को कंट्रोल करता है जिससे डिप्रेशन को दूर करने में मदद मिलती है। यानी चॉकलेट स्ट्रेस को कम करने में एक कारगर उपाय है।
कई शोध में ये बातें भी सामने आई हैं कि चॉकलेट ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में भी लाभकारी होती है। इसमें पाया जाने वाला एंटीऑक्सीडेंट ब्लड प्रेशर लेवल को कम करने और ब्लड सर्कुलेशन बेहतर बनाने का काम करता है। इससे आप घबराहट या उलझन जैसी समस्याओं में भी राहत महसूस कर सकती हैं।
दिमाग को शांत रखना
चॉकलेट का एक बड़ा फायदा ये भी है कि ये ब्रेन को शांत रखने के साथ ही रिएक्शन टाइम और मेमोरी को बेहतर बनाती है। फ्लेवोनोल्स ब्रेन में ब्लड सर्कुलेशन को भी दुरुस्त रखती है, जिससे कई दिक्कतों से आपको राहत मिल सकती है। ये भी देखा गया है कि चॉकलेट बैड कोलेस्ट्रॉल को कम कर हार्ट डिजीज का रिस्क भी कम करती है।
डार्क चॉकलेट एक तरह से एंटीऑक्सीडेंट का काम भी करती है। इससे आपके फेस पर ग्लो और त्वचा को जवां बनाए रखने में मदद मिलती है। इसके अलावा स्टडी में ये भी पाया गया है कि डार्क चॉकलेट आंतों में मेटाबॉलिज्म और बैक्टीरिया की गतिविधि पर भी पॉजिटिव असर करती है।
हालांकि इसका ज्यादा इस्तेमाल खतरनाक भी साबित हो सकता है। अपनी चॉकलेट भी सावधानी से चुनें। व्हाइट और मिल्क चॉकलेट को अवॉइड करने की ही कोशिश करें। क्योंकि इस तरह की चॉकलेट में रिफाइंड शुगर का इस्तेमाल किया जाता है, जो इसे एक अनहेल्दी ऑप्शन बना देते हैं।
सही चॉकलेट का चुनाव करें
ऐसा देखा जाता है कि प्रोसेसिंग के दौरान चॉकलेट की गुणवत्ता बहुत हद तक कम हो जाती है। ऐसे में चॉकलेट की असल गुणवत्ता लेने के लिए ऑर्गेनिक, उच्च पॉलीफेनॉल उक्त चॉकलेट ही बाज़ार से खरीदें। सबसे जरूरी बात डच या अल्कलाइज्ड चॉकलेट्स को अवॉइड ही करने की कोशिश करें। और हां चॉकलेट कभी भी खरीदते समय एक्सपायरी डेट देखना न भूलें।
जब भी चॉकलेट खरीदें सबसे हेल्दी ऑप्शन डार्क चॉकलेट ही खरीदें। क्योंकि इ,में लगभग 70 से 99% तक कोको की मात्रा पाई जाती है। जो शुगर का इस्तेमाल कमतर कर देती है। ये सेहत के लिए भी नुकसानदेह बिल्कुल नहीं होती। इस चॉकलेट के ही तमाम फायदे हैं, जो आपने इस आर्टिकल में पढ़ें।
नोट: किसी भी समस्या के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें। इस लेख की सभी जानकारी अध्ययन पर निर्धारित है।
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