महिलाओं में अक्सर एनीमिया यानी खून की कमी देखी जाती है। इसके छोटे–बड़े कई कारण हो सकते हैं। ज्यादातर महिलाएं जब अपनी डाइट का ध्यान नहीं रखती, रेगुलर व्यायाम नहीं करती या फिर प्रेगनेंसी के दौरान एनीमिया के केस ज्यादा देखे जाते हैं। इसके अलावा शरीर में फोलिक एसिड और आयरन की कमी के कारण ये बीमारी हो सकती है। अगर आपके परिवार में किसी को खून की कमी है, तो ये बीमारी जेनेटिक कारणों भी आप तक पहुंच सकती है। ऐसे में इसको हल्के में नहीं लेना चाहिए। पीरियड्स पर इस बीमारी का सबसे ज्यादा प्रभाव देखा जाता है, अधिक ब्लीडिंग होना, ज्यादा पेन होना इसके कुछ और लक्षण हैं, जो हम महिलाएं अक्सर इग्नोर कर जाती हैं।
लक्षण क्या हैं इस बीमारी के?
हर रोज की भाग–दौड़ भरी जिंदगी में महिलाएं अपना ख्याल नहीं रख पातीं और इस बीमारी के लक्षण को यूंही नज़रअंदाज कर देती हैं, लेकिन इस मामले में लापरवाही आपको भारी पड़ सकती है।अलग–अलग महिलाओं में इसके अलग–अलग लक्षण देखने को मिलते हैं। कुछ महिलाओं में एनीमिया के लक्षण गंभीर भी हो सकते हैं। इसके लिए आप तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करें।
खून की कमी से शरीर में ऑक्सीजन का स्तर कम होने लगता है, जिससे आप अधिक थकान महसूस कर सकती हैं। ये स्थिति सिर्फ एक महिला की नहीं बल्कि देश की 80 फीसदी महिलाएं इसका शिकार हैं। इस दौरान मुंह में छाले, स्किन का पीला पड़ना, आंखों का नीला होना और चक्कर आने की परेशानी होती है। एनीमिया की वजह से कमजोरी, थकान बने रहना, सिरदर्द और भूख में कमी के लक्षण नजर आते हैं। अगर आपको ये सब परेशानियां हो रही हैं तो तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लीजिए।
कुछ ऐसे आप इस बीमारी को कर सकते हैं दूर
अगर आप इस बीमारी की शुरुआती स्टेज यानी हाल ही में शिकार हुई हैं। या फिर आपका हीमोग्लोबिन का लेवल बहुत अधिक कम नहीं है, तो आप नेचुरली खून की कमी को दूर कर सकती हैं। बस अपने किचन में नज़र दौड़ाइए और अपनी डाइट में कुछ जरूरी चीज़ों को शामिल कर लीजिए। किशमिश, अंजीर, काजू, अखरोट, अंडे, विटामिन बी युक्त भोजन हैं, ये एनिमिया में काफी कारगर माने जाते हैं। इसके अलावा फोलिक एसिड के लिए पालक, ब्रोकली बीन्स व मूंगफली का सेवन करना चाहिए। आप साबुत अनाज और सिट्रस फ्रूट्स भी ले सकती हैं।
इन दौरान आपको कुछ खास बातों का भी ध्यान रखना है। जैसे आप समय– समय पर अपने शरीर का हीमोग्लोबिन लेवल चेक करवाती रहें। मेंटल स्ट्रेस बिल्कुल न लें। शराब और स्मोकिंग की आदत से थोड़ी दूरी बना लें। विटामिन सी का इंटेक बढ़ाएं और खाने के साथ चाय पीने से बचें। एनीमिया आपके इम्यून सिस्टम कमजोर कर सकते है और इसलिए विटामिन सी का सेवन इस बीमारी सबसे ज्यादा कारगर होता है। ताजा अनार और चुकंदर का जूस भी एनीमिया के लिए रामबाण इलाज है, आप इसे नियमित अपने आहार में शामिल कर सकती हैं। इसे पीने से शरीर में तेजी से खून बनता है। काले चने भी आपका खून बनाने का काम करते हैं, इसमें कई और भी पौष्टिक तत्व होते हैं। इसलिए इन सब चीज़ों को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें।
अब क्योंकि मौसम बार–बार बदल रहा है और सर्दी का मौसम बस दस्तक देने ही वाला है, तो आप गुड़ की गर्म तासीर का फायदा भी ले सकती हैं। गुड़ को मिठाई, खीर, रोटी या चाय के साथ खाना बेहतर होता है। गुड़ में पोटेशियम, कैल्शियम, जिंक, फास्फोरस और कॉपर जैसे विटामिन और खनिजों की भरमार होती है। गुड़ का पानी भी एनीमिया में बहुत कारगर है।
नोट: इस लेख को विभिन्न स्रोतों से मिली जानकारी के आधार पर लिखा गया है। कृपया किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको सिर्फ जानकारी मुहैया कराना मात्र है।