
अमृता प्रीतम ने साहिर से क्यों कहा- मैं तैनू फ़िर मिलांगी
मैं तैनू फ़िर मिलांगी, कित्थे ? किस तरह पता नई शायद तेरे ताखियल दी चिंगारी बण के, तेरे केनवास ते उतरांगी जा खोरे तेरे केनवास दे उत्ते, इक रह्स्म्यी लकीर बण के खामोश तैनू तक्दी रवांगी… भारत की लोकप्रिय कवयित्रियों में से एक अमृता प्रीतम को साहिर लुधियानवी से बेपनाह मोहब्बत थी. अमृता और साहिर का…