
केरल हाई कोर्ट को क्यों कहना पड़ा की लड़कियां मां या सास की गुलाम नहीं?
एक रूढ़िवादी समाज में अक्सर औरतें पितृसत्ता की भेंट चढ़ जाती हैँ। उनके रहने, खानेे, पसंद, नापसंद सब पर उनके परिवार का दबाव होता है। उनके जीवन से जुड़े तमाम विचारों, उम्मीदों और अनेकों संभावनाओं को खोजने की बजाय उन्हेें कमजोर श्रेणी में ला कर उनके हर फैसले के लिए दूसरों पर आश्रित कर दिया…