उषाकिरण खान: हिन्दी और मैथिली साहित्य की दुनिया का जाना-माना नाम

पद्मश्री उषाकिरण खान एक ज़िंदादिल, साहसिक और जड़ सामंती व्यवस्था को चुनौती देने वाली महान लेखिका थीं। अब जब उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया है, तो उन्हीं की लिखी कहानी ‘अड़हुल की वापसी‘ की एक पंक्ति, ‘नहीं अड़हुल, वो रही नहीं, मुझे अकेला छोड़ ऊपर चली गई‘ याद आती है। उषाकिरण खान लिखने…

Read More