सफ़दरहाशमी : ‘औरत’की सशक्त आवाज़ आज भी सुनने की जरूरत है!

थिएटर की दुनिया का ध्रुव तारा कहे जाने वाले, सफ़दर हाशमी मजदूरों, मजलूमों की सशक्त आवाज़ थे। उनका नाटक ‘औरत’ जन नाट्य मंच का एक ऐतिहासिक नाटक माना जाता है। इसमें महिलाओं की दयनीय परिस्थितियों और और विभिन्न रूपों को प्रस्तुत किया गया है। ये नाटक समाज की पितृसत्तात्मक सोच और रूढ़िवाद की सच्चाई को…

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