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मसाला मैजिक: हल्दी सिर्फ मसाला ही नहीं संजीवनी भी है!

Indian Saffron के नाम से मशहूर हल्दी हमारे खाने से लेकर पूजापाठ तक में एक अहम रोल अदा करती है। इसका भारतीय संस्कृति, धर्म और खानपान में एक विशेष महत्व है। शादी से लेकर चोट और यहां तक की हड्डियों के दर्द तक में हल्दी हमारी लाइफस्टाइल का अटूट हिस्सा है। ये एक ऐसा घरेलू नुस्खा है, जिसे बड़ेबड़े डॉक्टर तक नहीं नकार सके हैं।

हल्दी को हम अक्सर एक खाने में रंगत के लिए इस्तेमाल करते हैं। या यूं कहें कि सब्जी को पीला करने के लिए हल्दी का इस्तेमाल होता है। लेकिन हल्दी का ये पीलापन कई और फायदे भी देता है। जैसे इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने, रक्त प्रवाह में सुधार करने और हृदय कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाने वाले मुक्त कणों से लड़ने में आपकी मदद करते हैं। इसके अलावा ये पाचन के लिए भी जरूरी है।

शरीर को रोगाणुओं से बचानेे और घाव को ठीक कर देती है

कभी आपने सोचा है कि किसी को चोट लग जाए या सूजन आ जाए तो उसे हल्दी का लेप और हल्दी वाला दूध ही क्यों दिया जाता है। इसके पीछे भी एक साइंस है। दरअसल, हल्दी में पाया जाने वाला प्राकृतिक सूजन रोधी पदार्थ करक्यूमिन, सूजन के खिलाफ शरीर की लड़ाई में आपकी सहायता करता है। आसान भाषा में समझे तो हल्दी में शरीर की कोशिकाओं को रोगों से बचाने और शरीर की सूजन और दर्द को कम करने के गुण हैं। हल्दी में एंटीसेप्टिक गुण भी पाए जाते हैं, यानी यह शरीर को रोगाणुओं से बचाती है और घाव या चोट को ठीक कर देती है।

हल्दी को कई फेशियल पैक में भी इस्तेमाल किया जाता है। घरेलू फेस पैक से लेकर मार्केट में बड़ेबड़े ब्रांड्स के फैसपैक तक में हल्दी आपको जरूर देखने को मिल जाएगी। और इसका सबसे बड़ा कारण है कि इसमें चेहरे को क्लीन करने के गुण पाए जाते हैं। आपको बता दें कि हल्दी एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट कम्पाउंड है जो ब्लैक स्पॉट, दागधब्बे और हाइपरपिग्मेंटेशन को कम कर सकता है। हल्दी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण आपकी त्वचा को चमक प्रदान करते हैं। इसलिए ये ज्यादातर फेसपैक में देखने को मिलती है।

शुभ कार्य में हल्दी का इस्तेमाल

हल्दी को हमारे वेदोंपुराणों में खास माना गया है और यही कारण है कि किसी भी शुभ कार्य में हल्दी का इस्तेमाल होता है। लगन की शुरुआत भी हल्दी लगाकर ही की जाती है। दूल्हादुल्हन के चेहरे पर निखार में भी हल्दी का खास योगदान रहता है। हल्दी किसी भी शुभ शगुन का प्रतीक मानी जाती है। शादी के कार्ड से लेकर शादी के कपड़ों तक में पीले रंग का खास महत्व होता है। और हो भी क्यों न, इसमें इतने खास गुण जो हैं।

भारतीय संस्कृति के अनुसार प्राचीन आयुर्वेदिक ग्रंथ तो हल्दी की विशेषताओं से ‘रंगे’ हुए हैं। प्राचीन ग्रंथ ‘चरकसंहिता’ व ‘सुश्रुतसंहिता’ आदि में हल्दी को चमत्कारी बताया गया है। इसके अनेक नाम बताए गए हैं और इसे हृदय के लिए हितकर, सुगंधित व कफवात नाशक भी कहा गया है। इसे औषघी एक और गुण अनेक भी कहा जाता है। ये इकलौता ऐसा मसाला है जिसमें सुगंध और रंग दोनों हैं।

अब इस सूपर मसाले के गुण तो किसी से छिपे नहीं हैं। इसलिए इसे संजीवनी कहना भी कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। हल्दी आपको सिर्फ रंगती ही नहीं, एक चमक भी देती है। चेहरे के ग्लो से लेकर दर्द से राहत तक में आपको हल्दी सबसे पहले इस्तेमाल करनी चाहिए। ये बहुत आसानी से घरों में उपलब्ध भी होती है और ज्यादा कीमती भी नहीं है। बस इसे इस्तेमाल करते वक्त ये ध्यान जरूर रखें कि आप शुद्ध हल्दी का ही इस्तेमाल करें। आजकल मार्केट में तमाम तरह की मिलावटी हल्दी मिलती है, जिससे आपको बचना है। और हां किसी भी समस्या के लिए अपने डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।

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